अपने लक्ष्य को कैसे पहचाने ? (How To Find Your Aim ) लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें ?
नमस्कार साथियों , आज का हमारा पोस्ट बहुत इंपॉर्टेंट टॉपिक पर है और हमारा टॉपिक है कि आप अपने लक्ष्य को कैसे पहचाने ?
बहुत सारे लोग हैं जो बिना लक्ष्य ही काम करते जा रहे हैं। बहुत सारे लोग हैं। जिन्हें समझ ही नहीं आ रहा है कि मुझे अपने जीवन में करना क्या है, बनना क्या है और वो किसी काम को करते चले जा रहे हैं?
जब कि उस काम को करने में उनकी बिल्कुल भी इच्छा नहीं है तो फिर सवाल यह आता है कि उस काम को वो कर क्यों रहें है । पहली चीज हो सकती है ।
- माता-पिता द्वारा सलाह : माता-पिता के द्वारा उस काम को करने के लिए उन्हें कहा गया हो। आपकी साथ भी सायेद ये जरूर होता होगा। कई बार आप भी किसी काम को करते रहते हैं क्योंकि आपके मां-बाप ने कहा है कि ये काम आपके लिए बहुत अच्छा है। तो इसे कर लो,
- किसी को देखकर काम करना : आपके घर में कोई बड़े भाई बहन हो जिन्हें आप से ज्यादा समझदार माना जाता हो । जो आपके साथ भी कभी ना कभी जरूर हुआ होगा। या आपके कजन हो जो किसी फील्ड में कुछ काम कर रहे हो और आपके घर वाले कहते हो कि देखो कितना अच्छा काम कर रहा है, आप भी यही कर लो। तो आप इसी चक्कर में काम कर लेते हैं।
- समाज से प्रभावित होना : आप सोसलि इनफ्लुएंसर! हो मतलब आप अपने समाज से इनफ्लुएंस हो कि वो देखों कितना अच्छा कर रहा है। तो उस काम को मैं भी कर लूंगा या कर लूंगी तो मैं भी शायद बहुत अच्छा हो जाऊंगा और समाज के इनफ्लुएंस में आकर आप वही काम करने लगते हैं तो बाकी सारे लोग कर रहे हैं और आप भी भेड़ चाल का हिस्सा बन जाते हैं ।
अब सवाल ये आता है कि कि इस पोस्ट को आपको देखना क्यों है? इस पोस्ट से आपको क्या सीखने को मिलेगा। अभी तक आप जो भी काम कर रहे हैं, वह अपनी इच्छा के बिना कर रहे हैं। आपको खुद ही नहीं पता है कि मुझे करना क्या है? आप रास्ता ही नहीं जानते हैं इसलिए वह काम कर रहे हैं जो लोग आपको बताते जा रहे हैं। या कई बार तो यह भी होता है कि आप खुद से लोगों के पास जाते हैं। याद कीजिए। आप खुद से जाते हैं और पूछते हैं कि बड़े भैया बड़ी बहन मुझे बता दो कि मुझे करना क्या है?
कियोंकि मुझे समझ नहीं आ रहा है। आज हम इस पोस्ट में समझेंगे। आप खुद बिना किसी की मदद से कैसे पता लगा सकते हैं की अपने लक्ष्य को कैसे पहचाने ? (How To Find Your Aim ) लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें ? कियोंकि एक बात तो तय है कि आप अपनी पसंद का काम नहीं करते हैं। आप अपने जीवन में इतना खुश कभी नहीं रह पाएंगे, जितना आप रह सकते हैं।
आप उतना सफल कभी नहीं हो पाएंगे। जिसे एक समाज के दृष्टिकोण में सफल कहा जाता है। आप हमेशा एक वीडियोकर लाइफ जिएंगे । वीडियोकर लाइफ जीना कोई बुरी बात नहीं है। बहुत सारे लोग वीडियोकर जीते है लेकिन एक बात याद रखना की यदि ये जीवन सिर्फ एक बार मिला है । तो फिर इसे किसी और का जीवन जी के बर्बाद क्यों करना?
तो अब हम जानते है कि वाकई में लक्ष्य प्राप्ति के लिए किन किन गुणों की आवश्यकता है आपको अपने जीवन में क्या करना है इसे पता कैसे लगाएं इसे पता करने के 2 तरीके है
अपने लक्ष्य को कैसे पहचाने ? (How To Find Your Aim )
1.Do what You Love
जो चीज आपको पसंद हो, आप वह करिए। आप किसी भी महान व्यक्ति के पास जाएंगे। सफल व्यक्ति के पास जाएंगे तो आपके हिसाब से आज बहुत ज्यादा सफल है और जब आप उससे पूछेंगे कि मुझे अपनी लाइफ में करना क्या है? तो वो हर व्यक्ति आपसे यही कहेगा कि जो भी काम आपको पसंद है, आप उस काम को करिए।
लेकिन इस पृथ्वी पर सिर्फ 4 से 5% लोग ऐसा है जो वो काम करते हैं जो उन्हें वाकई में पसंद होता है। अब लोग ऐसा क्यों कहते हैं इस बात को आप ध्यान से सुनिए ।
उदहारण : मान लीजिए कि एक लड़का है एक लड़की को लड़की से बहुत ज्यादा प्रेम हो गया है और उस लड़की को भी उस लड़के से बहुत ज्यादा प्रेम हो गया है। उन्होंने एक प्लानिंग बनाई की हम लोग एक गार्डन में मिलते हैं। वह दोनों गार्डन में मिले और बैठे और उसके बाद बातचीत करने लगे। लड़के ने लड़की को प्रेम से कहा कि जान कैसी हो, बहुत दिनों बाद मिले हैं। लड़की ने कहा कि मैं तो ठीक हूं। आप बताइए आप कैसे हो और उनकी बात शुरू हो गई लेकिन अगली बार जब उन्होंने घड़ी देखी तो उस समय से लगभग 6 घंटे से ज्यादा हो चुके थे उसी स्थान पर बैठे-बैठे उन दोनो का समय पता ही नहीं चला। ओर दोनो एकदम हड़बड़ा कर उठे यारे 6 hours हो गए हमे पता ही नही चला इतनी जल्दी सयम बीत गया ।
आपकी साथ भी कभी ना कभी ऐसा जरूर हुआ होगा यदि आपके साथ भी ऐसा हुआ है। तो comment box में जरूर बताएगा । अब ये example इस लिए दे रहा कियोंकि जब भी हम उस व्यक्ति की या उस काम के साथ समय बिताते हैं जिसे आप बहुत ज़्यादा प्यार करते है । तो आपको समय का पता भी नही चलता है ।
लेकिन सोच कर देखिए दूसरी ओर ऐसा व्यक्ति जो आपको बिल्कुल भी पसंद नहीं है। आपके पास आकर बैठ जाता है और अभी सिर्फ 5 मिनट ही हुए हैं। लेकिन आपको लगता है कि 24 घंटा बीत गया। ये व्यक्ति कब मेरे पास से जाएगा और आपका थोड़ा समय भी आपको बहुत ज्यादा लगने लगता है। यही होता है जब आप अपनी पसंद का काम करते हैं और यही होता है जब आप अपनी नापसंद का काम करते हैं,
अब जो व्यक्ति इस कैटेगरी में पता चल चुका है उसे करना क्या है तो यहां पर भी दो कंडीशन आएगी ।
उसको पता है इस चीज से बहुत ज्यादा प्यार है तो उस उस काम को करेगा और उसे उसी काम को करते रहना चाहिए।
मान लीजिए किसी को डांस पसन्द है तो उसे डांस करते रहना चाहिए मान लीजिए किसी को लगता है उसे गाना पसन्द है या फिर उसे कंप्यूटर के क्षेत्र में बहुत ज्यादा रुचि है तो उसे वह काम कभी छोड़ना नहीं चाहिए।
उसे वही काम करते रहना चाहिए। लेकिन यहां पर एक और कंडीशन हो सकती है तो यह कि आपको बहुत अच्छे से पता है, मुझे ये काम पसन्द है लेकिन उसके बाद भी आप उस काम को नहीं कर रहे हैं। आप दूसरा काम करने लगते हैं, लेकिन दूसरी चीज ऐसी में हो सकती है कि आपको पता तो चल गया है कि मुझे यह काम बहुत ज्यादा पसंद है।
लेकिन आपने कई सारे लोग देखे होंगे या सायेद आप खुद वसे ही हो कि आप उस काम को उसके बाद भी नहीं कर रहे हैं। मान लीजिए आपको पता है कि मुझे सिंगिंग पसंद है, लेकिन उसके बाद भी आप एमकॉम बीकॉम न जाने कौन सी डिग्रियां लेते रहते हैं। अब यह भी एक बहुत बड़ी दिक्कत है कि आपको बहुत अच्छे से पता है। आपका प्यार क्या है आपको पसंद क्या है लेकिन उसके बाद भी आप उस काम को नहीं कर रहे हैं, क्यों नहीं कर रहे हैं क्योंकि आप रिस्क लेना नहीं चाहते हैं। आप डरते हैं। यदि मैंने काम किया और इसमें में सफल नहीं हो पाया या नहीं हो पाई। फिर क्या कहेगा, क्या कहेंगे?
इसलिए आप रिक्स नहीं लेते हैं और अपनी पसंद के काम को आप कभी भी नहीं करते हैं। दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग हुए हैं जिन्हें पहली ही बार में पता चल गया था कि उन्हें अपने जीवन से चाहिए। क्या है उन्हें ऐसी कौन सी चीज है जो बहुत ज़्यादा प्रेम है?
हम सभी सचिन तेंदुलकर को जानते हैं, उन्हें बचपन से ही पता था कि उन्हें क्रिकेट का बहुत ज्यादा शौक है और वह क्रिकेट के अलावा किसी और चीज में अपना समय नहीं देना चाहते हैं।
एलन मस्क को भी आप सभी जानते हैं। बचपन से उसकी रुचि technology स्पेस में इन सभी चीजों में थी और उन्हें। अक्जकली पता था कि मुझे किस फील्ड में आगे बढ़ना है। मुझे कहां पर जाना है। पहला लव पहला प्यार उन्हें पहले ही पता था तो यह तो हो गई। पहले चीज ।
2 . Do what you love
अब सबसे पहले अपने आप को देखिए कि क्या आप इस कैटेगरी में आते हैं। क्या आपको पता चल चुका है कि आप किसी से प्रेम करते हैं लेकिन आप उस काम को नहीं कर रहे हैं?
यदि आपको पहले से ही पता है कि आपको किसी से प्रेम है तो आप पहले से ही 4 से 5% लोगों की कैटेगरी में आते हैं। इसका मतलब यह है कि बस आपको अब वो काम करना शुरू करना है। यहां तो बात हो गई। उन चार से पांच % लोगों की जिन्हें पता होता है कि do what you love इसका मतलब की उन्हें पहले से पता होता है कि उन्हें करना क्या है। उन्हें पसंद क्या है लेकिन अब हम जानते हैं उन 95% लोगों के बारे में जिन्हें पता ही नही होता है उन्हें आपने जीवन में चाहिए क्या । कोन चीज उन्हें पसन्द है कोन सी नही कोन चीज उनके अच्छी होगी और कोन चीज उसके लिए अच्छी नही होगी ।
तो बाकी बचे 95% लोगों को दूसरे तरीके का इस्तेमाल करना होगा जिसे मैं कहता हूं।
3 .Find what you love
इसका मतलब होता है कि आपको उस चीज को ढूंढना है जिसे आप प्यार करेंगे और जो आपके लिए बना है। अब यहां पर दोनों चीजों में अंतर है। इस बात को समझ लीजिएगा । पहली बात थी do what you love इसका मतलब आपको पहले से पता था। कि आपको करना क्या है। आपको पसंद क्या है।
लेकिन अभी दूसरा है जो कि 95% लोगों को नहीं पता होता है। find what you love इसका मतलब आपको ढूंढना पड़ेगा कि आपको पसंद क्या है। अब आपके मन में प्रश्न आएगा कि भैया पता ही नहीं है तो फिर ढूंढे कैसे तो इस एग्जांपल को सुनिए और समझिए।
आप सभी महेंद्र सिंह धोनी को बहुत अच्छे से जानते हैं। उन्होंने बहुत अच्छा किरकेट खेला, लेकिन मैं आप सभी से एक प्रश्न पूछता हूं। क्या महेंद्र सिंह धोनी को बचपन से ही क्रिकेट पसंद था। आप अपने जवाब कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताइएगा।
जवाब है, बिल्कुल नहीं। उन्हें पहले बैडमिंटन बहुत ज्यादा पसंद था। जब वो छोटे थे जैसे जैसे वह बड़े हुए। उन्हों फुटबॉल पसन्द आने लगा और उन्होंने ने फुटबॉल में स्टड भी भी खेला है, लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे उन्हें पता चला कि उनको सबसे ज्यादा प्रेम क्रिकेट से है। इसका मतलब क्या हुआ। यहीं पर आपको समझना है कि यदि आपको कोई चीज करते-करते पसंद नहीं आ रही है। उसे आप को बदलना होगा। दूसरी चीज से आपको उसके बाद तीसरे try में करना होगा। चौथी चीज ट्राई करना होगा।
आप सभी ने जेकमक का नाम भी जरूर सुना होगा। वह चाइना के रिचित व्यक्तियों में से एक है। क्या आपको लगता है कि पहली ही बार में अपना एम फाइंड कर पाए थे? बिल्कुल उन्होंने बहु बहुत सारी नौकरियों से निकाला गया था। बहुत सारे जगह उन्होंने काम किया। लेकिन उसके बाद उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि मुझे यह काम पसंद है। वो काम पसन्द है ।
वो ये काम को करते उसे छोड़ते ओर फिर दूसरे काम पर सिप्ट होते और जब दूसरा पसन्द नही आते तो वो भी छोड़ते और ऐसे कर करके उन्हें वाकई में 1 दिन पता चला कि उन्हें करना क्या है तो इसका मतलब find what you love की process क्या है।
Find what you love process
सबसे पहले अभी जो भी काम कर रहे है आपने आप से पूछिए की क्या आप उस काम से प्रेम करते हैं? क्या वो काम आपका प्रेमी है या प्रेमिका है क्या वह काम इतना अच्छा लग रहा है कि आप घंटों उसका में बता रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी आपको थकान महसूस नहीं हो रही है। आपको भूख नहीं लग रही है। प्यास नहीं लग रही है, आप उस काम को करना चाहते हैं,
लेकिन यदि जवाब आता है कि ना आपको सिर्फ 2 मिनट 5 मिनट या 1 घंटे करके ही उस काम को बोर हो जाते हैं तो वक्त आ चुका है। आपको उस काम को बदलना पड़ेगा।
आप दूसरे काम को काम लग जाइए दूसरे काम कीजिए कुछ साल कीजिए देखिए आपने आप को की क्या वो काम आपको पसंद आ रहा है, नहीं आ रहा है। कोई बात नहीं। अब आप तीसरे काम पर सिप्ट हो जाइए । वाहा पर देखिए कि क्या वो काम आपको पसंद आ रहा है। फिर नहीं आ रहा है। कोई बात नहीं। आप उस काम को फिर से चेंज कर लीजिए और तब तक चेंज करते रहिए। जब तक आपको अपना प्रेम नही मिल जाता है ।
यदि आपको उस चार से 5% लोगों की कैटेगरी में आना है तो आपको ये काम करना ही होगा और यदि आप सोचते हैं कि मैं तो यह नहीं कर पाऊंगा तो कोई दिक्कत नहीं है। आप जो काम कर रहे रहे है उसे खुसी - खुसी करते रहिए ।
अब आप कहेंगे कि यदि ऐसे बार-बार काम बदलता रहूंगा तो मेरे घरवाले तो मुझे घर से बाहर निकाल देंगे। मेरे समाज वाले मुझे पागल कहने लगेंगे। बिल्कुल सही कहा उन्हें कहने दो । कियोंकि यही पर तो आता है रिक्स बहुत सारे मोटिवेशनल वीडियोस में अपने रिस्क का नाम सुना होगा ना कि रिक्स लिया तभी वह अपने जीवन में आगे बढ़ा।
तो रिक्स किसे कहते हैं इसे ही तो कहते हैं यदि आप वो काम कर रहे हैं जो 95% लोग नहीं कर रहे हैं तो वाकई में दुनिया आपको ऐसे ही कहे कि ताना मारे कि उन्हें मार दे दीजिए। बहुत सारी सच्ची कहानी सुनी होगी अपने जिसमे आपने सुना होगा कि successful लोगों को पहले घर से बाहर निकाल दिया गया था या उन्हों पागल घोषित कर दिया गया था तो वह क्या है वो यही होता है।
अब यहां पर एक ओर सवाल आ सकता है में इस काम को किस उम्र में कर सकता हूं क्योंकि मैं किसी भी उम्र में अपने काम को बताऊंगा तो मैं तो पूरा बर्बाद हो जाऊंगा। जी हां, बिल्कुल सही कह रहे हैं। इसलिए जब आप 15 से लेकर 25 साल तक हो तो यह समय आपके लिए सबसे ज्यादा रिस्क लेने वाला होता है।
आप जितनी ज्यादा रिस्क ले सकते हैं जीतने ज्यादा काम बदल सकते हैं। तब तक जब तक आपका प्रेमिका या आपके प्यारा मतलब वो काम नहीं मिल जाता जो आपको बहुत पसंद है। आप उस काम को बदल सकते हैं।
यदि आप 25 से लेकर 30 साल तक आपकी शादी नहीं हुई है। आप सिंगल है तो भी आप ये रिस्क ले सकते हैं। 30 साल से ऊपर के हैं तो आप अपनी स्किल जानिए आप अपने बेहबरिल को जानिए । आप अपने फैमली को जानिये । ओर उसके रिकॉर्डिंग रिक्स लीजिए
आशा करता हूं मेरे दिए गए जानकारी आपको पसंद आई होगी । आज के इस पोस्ट में हमने बताया अपने लक्ष्य को कैसे पहचाने ? लक्ष्य का निर्धारण कैसे करें, लक्ष्य प्राप्ति के लिए किन किन गुणों की आवश्यकता है ,प्रश्न 5) हम अपने जीवन के लक्ष्य को कैसे पा सकते हैं?