NPR kya Hai ? क्या है नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर? जानिए इसके बारे में सब कुछ हिंदी में

Author: in December 24, 2019
Modi के अभिनतर  ने 24 दिसंबर को भारत की जनगणना 2021 और नेशनल पापुलेशन रजिस्टर के लिए मंजूरी देती है Pm modi  की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई भारत की जनगणना 2021 की कवायद के लिए 8754 करोड ₹2300000 के खर्च को मंजूरी दी गई वहीं राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के लिए 3941 करोड ₹3500000 की मंजूरी दी गई।
Npr ka Matlab kya Hai

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि जनगणना के लिए कोई लंबा फॉर्म नहीं भरना होगा । इसके लिए किसी सबूत की जरूरत नहीं होगी और ना ही कोई दस्तावेज देना होगा।

इसके लिए एक मोबाइल App   भी बनाया गया है फिलहाल नेशनल पापुलेशन रजिस्टर के जरिए जुटाए गए डाटा का इस्तेमाल कर NRC तैयार करने का कोई प्रस्ताव नहीं है । 

नॅशनल पॉपुलेशन Register के मकसद में  कहा गया है कि एनपीआर देश के स्वाभाविक निवासियों का रजिस्टर है यह नियम 2003 के प्रावधानों के तहत स्थानीय स्तर पर गांव उप शहर उप जिला जिला राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाएगा सरकारी नोटिफिकेशन के मोताबिक  एनटीआर अप्रैल और सितंबर 2020 के बीच असम को छोड़कर देश के अन्य सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होगा।

 यह जनगणना काम के साथ होगा  असम को इससे अलग इसलिए रखा गया है क्योंकि वहां पहले ही राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण का काम हो गया है। 

NPR  का मतलब देश के स्वाभाविक निवासियों की समग्र पहचान का डाटाबेस तैयार करना है इसमें भौगोलिक और बायोमेट्रिक जानकारी होगी। 

NPR kya hai ? नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर?


Npr के तहत देश में रह रहे हर शख्स को अपना नाम इस रजिस्टर में दर्ज कराना होगा इसमें हर शख्स का पूरा विवरण होगा कि वह किस इलाके में कब से रह रहा है इसके साथ ही रजिस्टर में सभी लोगों का बायोमेट्रिक डिटेल भी दर्ज किया जाएगा। 
कोई भी शख्स अगर किसी इलाके में 6 महीने से ज्यादा वक्त से रह रहा है फिर चाहे वह विदेशी ही क्यों ना हो उसे भी अपना नाम और जानकारी इस रजिस्टर में दर्ज कराना होगा। 

MPR के आंकड़े पिछली बार 2010 में घर की सूची तैयार करते समय लिए गए थे जो 2011 की जनगणना से जुड़े थे 2015 में घर-घर जाकर इन आंकड़ों का उन्नयन किया गया था दूसरी और जनगणना 2021 दो चरणों में होगी इसमें पहले चरण में घर की सूचियां घर संबंधी गणना होगी जो अप्रैल से सितंबर 2020 तक होगी। 
इसका दूसरा चरण 9 फरवरी से 28 फरवरी 2021 में होगा आपको बता दें देशभर में नागरिकता से जुड़े कानूनों पर हो रहे आंदोलनों के बीच राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानी एनपीआर 2021 में होने वाली जनगणना के साथ ही इस पर भी काम शुरू करेगा। 

Npr के तहत देश के हर नागरिक को इस में अपना नाम दर्ज कराना होगा NPR को यूपीए-2 सरकार ने 2010 में लागू किया था और 2011 की जनगणना के साथ इस पर पहली बार काम शुरू हुआ था। 



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