हिलाने से क्या-क्या होता है ? - hastmaithun kaise roke gharelu upay

Author: in March 19, 2022

 दोस्तो अगर आप रोज हिलाते हैं या रोज किसी के साथ  गलत काम करते हैं और अपने वीर को बर्बाद करते हैं । तो आप में आपकों एक ऐसी sacchi kahaniyan लेकर आए है जिसको जान कर हिलाने से क्या-क्या होता है ? - hastmaithun kaise roke gharelu upay के बारे में बताने वाला हूं । 

हिलाने से क्या-क्या होता है ?

दोस्तों कल एक लड़के का मेरे पास मेल आया और उस मेल में उसने मुझे अपनी स्टोरी बताइए। बेहद इमोशनल और दर्दनाक स्टोरी है। जब मैं इस भाई की स्टोरी पढ़ रहा था। सच बताऊं। मैं भी एक पल के लिए इमोशनल हो गया था। इनका नाम है। संतोष संतोष के पिता एक किसान है और मेहनत मजदूरी करके अपने घर का सारा खर्चा चलाते हैं और यह सोच के संतोष को खूब पढ़ा लिखा रहे थे। 


की एक दिन मेरा बेटा मेरा नाम रोशन करेगा और वह बहुत खुश थे और इसी सोच के साथ तन मन धन से संतोष को पढ़ा रहे थे और संतोष भी खूब अच्छे से पढ़ रहा था। संतोष के सभी दोस्त पैसे वाले थे और सभी चरित्रहीन थे। ब्रम्हचर्य चरण नासक थे , लेकिन वे सब संतोष से बहुत जलते थे क्योंकि संतोष दिखने में बहुत हैंडसम था। गोरा लंबा चौड़ा था। उसके चेहरे से ब्रम्हचर्य का तेज टपक रहा था। यह देख देख के उसके दोस्त  बहुत जलते थे और यही सोचते रहते थे कि ऐसा क्या किया जाए जिससे इसका ब्रह्मचर्य नष्ट हो जाए और उसके चेहरे की चमक चली जाए। 

एक दिन की बात है। संतोष के पिता बाजार सब्जी लेने के लिए गए कि तभी अचानक जोर से बारिश होने लगी और रास्ते बार  संतोष के पिता भीगते हुए घर आए। बुढ़ापे का शरीर था। इसलिए सर्दी सहन ना कर पाए और बीमार पड़ गए।

 संतोष अपने पिता को अस्पताल लेकर गया और डॉक्टर ने उनके इलाज के लिए पूरी ₹50000 बताए, लेकिन संतोष इतना गरीब था। की उसके पास ₹50000 भी ना थे अब वो बहुत रो रहा था और अपने आपको पूछ रहा था कि तभी अचानक संतोष को याद आया कि उसके दोस्त हैं जो बहुत अमीर है और मेरी मदद जरूर करेंगे और मैं दौड़ता हुआ अपने अमीर दोस्त के पास गया और अपने बूढ़े पिता की तबीयत के बारे में बताया यह बात सुनते ही। उसका अमीर दोस्त मन ही मन बहुत खुश हुआ और ऊपर से रोने का ढोंग करने लगा और मन ही मन यह सोच रहा था कि अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे फिर संतोष ने अपने अमीर दोस्त ₹50000 की मांग की। 

वो  अमीर दोस्त बोला, मित्र मैं तुम्हें ₹50000 देता। अगर तुम थोड़ी देर पहले आती है। मेरे पास ₹100000 थे जो मैंने अपने दूसरे दोस्त को दे दिए। लेकिन मैं तुम्हें ₹50000 किसी दूसरी जगह से दिलवा सकता हूं। लेकिन संतोष तुम्हें भी उसके बदले में उनको कुछ देना होगा। संतोष बोला, अगर मुझे अपनी जान भी देनी पड़े तो मैं दूंगा। बस मुझे ₹50000 दिलवा दे दो और मेरे बूढ़े पिता की जान बचा ले और इतना कहकर वह जोर जोर से रोने लगा। उसका अमीर दोस्त बोला, अच्छा तुम 2 मिनट बाहर ही रुको। मैं अभी एक फोन लगा कर आता हूं।

 उसका अमीर दोस्त अंदर गया और बेसिया के कोठे पर फोन लगाया। और कहां सुन बेसीया आज  तेरी कोठी पर मेरे साथ मेरा एक दोस्त आएगा और तू उसे ₹50000 देगी और वह ₹50000 मैं तुझे दूंगा, लेकिन उसके सामने एक शर्त रखना और कहना कि उसे पूरे 1 साल तक तेरे साथ रोज संभोग करना होगा। वैश्य ने कहा, ठीक है, लेकर आ जाओ। 

उसका वे अमीर दोस्त संतोष को वैश्य ले आया। वैश्य को देखकर संतोष बोला, दोस्त यह तो मुझे कहां ले कर आ गए। यह तो साक्षात नर्क का द्वार है। भ्रष्ट होने की राह है जो मौत से भी बदतर है। यहां आने से तो अच्छा होता कि मैं अपनी किडनी बेच देता। 

उसका अमीर दोस्त बोला, चुप रहो, तुम तुम्हारे पास जाना टाइम नहीं है और ना ही कोई दूसरा रास्ता अपने पिता की जान बचानी है या नहीं, संतोष चुप हो गया। फिर बच्चा ने कहा कि मैं तुम्हें ₹50000 तब दूंगी। जब तुम मेरे साथ पूरे 1 साल तक संभोग करोगे। तभी अचानक उसका अमीर दोस्त बोला। ठीक है ठीक है करेगा। लव ₹50000 लाओ और ₹50000 लेकर पहली बार संतोष ने अपना ब्रम्हचर्य नष्ट किया। उन पैसों से संतोष ने अपने पिता की जान तो बचा ली लेकिन खुद की जान खतरे में डाल दे। वादे के मुताबिक संतोष प्रतिदिन उस वेश्या के पास जाने लगा और शाम को काफी देर तक घर आता था।

फिर  1 दिन संतोष के पिता ने उससे पूछा और कहा बेटा शाम को बहुत लेट हो जाते हो। क्या बात है संतोष बोला, पिताजी। अब मेरी एक्स्ट्रा क्लासेस चालू हो गई है। इसलिए पिताजी बोले, ठीक है बेटा, लेकिन सेहत का ध्यान दो बहुत कमजोर हो गई हो। संतोष को दिन प्रतिदिन कमजोर होता देख चेहरे की चमक उड़ती देख उसकी अमीर दोस्त बहुत खुश थी। 

उसकी हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही थी। उसके पिताजी को लगता था कि वह खूब मन से पढ़ाई कर रहा है। शायद इसीलिए कमजोरी आ रही है संतोष को वैश्य के साथ ब्रह्मचर्य नष्ट करते करते पुरा  एक साल होने को आया तभी वैश्य को संतोष के शरीर पर तरस आ गया और सोचा कि अगर यह कुछ दिन और मेरे पास आया तो निश्चित ही मर जाएगा।

 फिर वैश्य ने  संतोष से कहा जाओ। आज से तुम आजाद हो। अब तुम मेरे पास मत आना। संतोष वहां  से वापस आया और पुनः अपनी ब्रह्मचर्य की लाइफ स्टाइल को अपनाने लगा। संतोष अपनी खोई हुई ताकत को वापस आने के लिए इन 4 चीजों को फॉलो करना शुरू कर दिया। 

हिलाने से छुटकारा कैसे पाएं

  • नंबर 1 * पुनः ब्रम्हचर्य में रहना 
  • नंबर दो ब्रह्म मुहूर्त में उठना
  •  नंबर 3 कसरत करना 
  • नंबर 4 सात्विक भोजन करना। 

अपनी दिनचर्या में उसने चार चीजें शामिल किए और 1 साल बाद उसका शरीर पुनः पहले के जैसा हो गया। यह सब देख उसके अमीर दोस्त दंग रह गए और सोचने लगी कि अगर यह ब्रह्मचर्य पालन से पहले जैसा हष्ट पुष्ट बन सकता है तो फिर मैं क्यों नहीं। मैं भी आज से ब्रह्मचर्य का पालन शुरू करता हूं और फिर इस तरह संतोष के अमीर दोस्तों ने भी  ब्रह्मचर्य का पालन करना शुरू कर दिया ।

तो दोस्तों आखिरकार संतोष भी अपने दोस्तों को सही रास्ते पर ले कर आ ही गया तो आज की कहानी आपको कैसी लगी। हमें कमेंट में जरूर बताएं और अगर पोस्ट  पसंद आया हो तो आपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले ।



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